Selfie का चक्कर

selfiaddictionअभी कुछ समय से जो सेल्फी का क्रेज बढ रहा है नये नये मोबाइल बाजार में आ रहे हैं। उसी से समबन्धित कुछ दिन पहले इक घटना घटित हुई या यूं कह लीजिए लापरवाही की गयी । अभी की जनरेशन जिस तरह से शोसल मिडिया से प्रभावीत है अन्त बुरा है ।
"कुछ दिन पहले जब मैं रोज की तरह सुबह भ्रमण पर निकला तो कुछ मेरी ही उम्र के नौजवान भी टहलने निकले थे। जिस तरह का मनमोहक वातावरण सुबह-सुबह होता है उनहोंने उसे कैमरे मे कैद करना शुरू किया। कुछ ही पल में दो सांड़ आपस मे भिङते हुये ऊधर पहुंच गये । एसी रोमांचक लङाई देखने भीङ इकटठा हो गई । मगर उन भाई साहब को फोन से फुर्सत कहाँ लगे सांङ के साथ सेल्फी लेने। इतने में महाजन खुद आ धमके सेल्फी खिंचवाने। धडाम से भाई साहब का 25MP का कैमरा और खुद जमीन पर पसर गये।
इस सेल्फी के चक्कर में काफी नुकसान हूआ ।
इसलिए कहता हूँ मोबाईल का होना जितना लाभदायक है उतना ही हानिकारक । किसी चीज का इतना भी दुरूपयोग ना करे कि दांत तुड़वाने पङ जाए। जरूरी नहीं कि हर चीज को कैैैैमरे मे ही कैद किया जाए कभी-कभी कुछ पलों को जिना भी सार्थक है।
अपनी प्रतिक्रिया जरूर दीजिये|
Himanshu p.

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