

"कुछ दिन पहले जब मैं रोज की तरह सुबह भ्रमण पर निकला तो कुछ मेरी ही उम्र के नौजवान भी टहलने निकले थे। जिस तरह का मनमोहक वातावरण सुबह-सुबह होता है उनहोंने उसे कैमरे मे कैद करना शुरू किया। कुछ ही पल में दो सांड़ आपस मे भिङते हुये ऊधर पहुंच गये । एसी रोमांचक लङाई देखने भीङ इकटठा हो गई । मगर उन भाई साहब को फोन से फुर्सत कहाँ लगे सांङ के साथ सेल्फी लेने। इतने में महाजन खुद आ धमके सेल्फी खिंचवाने। धडाम से भाई साहब का 25MP का कैमरा और खुद जमीन पर पसर गये।
इस सेल्फी के चक्कर में काफी नुकसान हूआ ।
इसलिए कहता हूँ मोबाईल का होना जितना लाभदायक है उतना ही हानिकारक । किसी चीज का इतना भी दुरूपयोग ना करे कि दांत तुड़वाने पङ जाए। जरूरी नहीं कि हर चीज को कैैैैमरे मे ही कैद किया जाए कभी-कभी कुछ पलों को जिना भी सार्थक है।
इस सेल्फी के चक्कर में काफी नुकसान हूआ ।
इसलिए कहता हूँ मोबाईल का होना जितना लाभदायक है उतना ही हानिकारक । किसी चीज का इतना भी दुरूपयोग ना करे कि दांत तुड़वाने पङ जाए। जरूरी नहीं कि हर चीज को कैैैैमरे मे ही कैद किया जाए कभी-कभी कुछ पलों को जिना भी सार्थक है।
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Himanshu p.
Himanshu p.
1 Comments
Achha hai
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